Babaji And 18 Siddha Kriya Yoga Tradition (Hindi)
₹375
- Author
- Marshall Govindan Satchidananda
- Language
- Hindi
- Binding
- Paper Back
- Publisher
- Babaji's Kriya Yoga Trust, Bangalorre
- ISBN
- 9781895383683
बाबाजी व 18 महर्षियों की क्रिया योग परंपरा लेखक मार्शल गोविन्दन सच्चिदानंद
इस पुस्तक में अमरत्व प्राप्त बाबाजी की प्रमाणिक जीवनी प्रस्तुत की गई है, जिन्हें योगानन्दजी द्वारा लिखित "योगी कथामृत" पुस्तक द्वारा प्रसिद्धता प्राप्त हुई, जो सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक है।
बाबाजी आज भी बद्रीनाथ के निकट रहते हैं। उन्होंने 16 वर्ष की आयु से ही तरुणावस्था बनाए राखी है, जब सदियों पहले उन्होंने प्रबोधन व दिव्य रूपान्तरण की सर्वोच्च अवस्था प्राप्त कर ली थी।
उन्होंने क्रियायोग की वैज्ञानिक कला में दो महर्षियों, महर्षि अगस्त्य व महर्षि बोगनाथ से दीक्षा प्राप्त की थी, जो दक्षिणी भारत में प्रसिद्धता प्राप्त '18 महर्षियों की परम्परा' से संबंधित हैं।
यह दुर्लभ वृत्तान्त, उनके एक दीर्घकालीन शिष्य ने लिखा है, जिसमें उनकी अल्पज्ञात जीवनी, प्राचीन संस्कृति और वर्तमान उद्देश्य को उद्घाटित किया गया है और साथ ही यह बताया गया है कि क्रिया योग द्वारा जीवन के भौतिक व आध्यात्मिक पहलुओं का एकीकरण कैसे किया जा सकता है।
इसमें क्रिया योग के मनोशारीरिक प्रभावों का स्पष्ट विवरण और उसके अभ्यास के लिए निर्देश दिये गए हैं। इस पुस्तक में महर्षियों द्वारा लिखित श्लोक उनकी व्याख्या सहित दिये गए हैं। यह पुस्तक आपको प्रेरणा प्रदान करेगी जो अंग्रेजी, तमिल, हिन्दी, तैलगु और मराठी भाषा में उपलब्ध है। शीघ्र ही यह कन्नड़ और मलयालम में भी उपलब्ध होगी।